डीवाई चंद्रचूड जैसे योद्धाओं को हमें सलाम करने की जरूरत है

डीवाई चंद्रचूड

अगर वाकई दिल में तिरंगा है तो तिरंगे के हर रंग का सम्मान किया जाए। नफरत के इस दौर में अनेकता में एकता की बात करने वाले योद्धाओं को सलाम किया जाए।

स्वतंत्रता दिवस पर हमें डीवाई चंद्रचूड जैसे योद्धाओं को सलाम करने की जरूरत है।

 

पीएम मोदी ने जब सुप्रीम कोर्ट की तारीफ की तो हो सकता है उन मोदी समर्थकों को बहुत बुरा लगा होगा जो सोशल मीडिया पर चीफ जस्टिस को लगातार ट्रोल करते आए।

आज पीएम मोदी ने सुप्रीम कोर्ट बोला तो लगा की पता नहीं क्या बोलेंगे? क्योंकि हाल ही में संसद में पीएम मोदी ने अदालतों के फैसले को लेकर भी कटाक्ष किया था।हालांकि दोस्तों आज अच्छी बात है कि पीएम मोदी ने सुप्रीम कोर्ट की तारीफ की। पीएम मोदी ने सुप्रीम कोर्ट के इस बात के लिए तारीफ की क्योंकि सुप्रीम कोर्ट विविधता में एकता का वाकई पैगाम दे रहा है। जब स्थानीय भाषाओं में ऑर्डर की कॉपी दी जा रही है।

PM मोदी के शब्द :

मैं भारत में सुप्रीम कोर्ट का भी धन्यवाद करता हूँ कि भारत की सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि आप जो जजमेंट देंगे उसका जो ऑपरेटिव पार्ट होगा।

वो जो अदालत में आया है उसकी भाषा में उसको उपलब्ध होगा। मातृ भाषा का महत्व आज बढ रहा है।

पीएम मोदी ने जब सुप्रीम की तारीफ की तो टीवी स्क्रीन पर जैसे ही डीवाइ चंद्रचूड का चेहरा सामने आया तो दिल से सलाम निकला।

क्योंकि आज भले पीएम मोदी ने लाल किले से राष्ट्रीय एकता का पैगाम दिया है।

पीएम मोदी ने कहा

पीएम मोदी ने ये कहा कि हमें ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए जिससे देश की एकता को नुकसान हो। लेकिन पीएम मोदी का भाषण कोरा भाषण दिखाई देता है जब बीजेपी के नेता नफरत भाषा का इस्तेमाल करते हैं और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती। बहुत सारे कट्टर हिन्दू नेता हेट स्पीच देते हैं लेकिन कोई कार्यवाई नहीं होती। ऐसे में पीएम मोदी का भाषण सिर्फ़ लफ्फाजी दिखाई देता है। अगर आज के दौर में नफरत के खिलाफ कोई लडाई लड रहा है तो उस शख्सियत का नाम है डीवाइ चंद्रचूड।

चीफ जस्टिस का बडप्पन

सुप्रीम कोर्ट हेट स्पीच के खिलाफ ऑर्डर देता है। स्थानीय राज्यों की जो पुलिस है उसको कहता है कि अगर कोई हेट स्पीच देता है तो तमाशा मत देखिए, स्वतः संज्ञान लेकर FIR दर्ज कीजिए।

अगर मीडिया में फैलती को सरकार प्रोटेक्ट  कर रही है तो उस दौर में चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड बोलते हैं कि मीडिया की नफ़रत पर लगाम लगाने की जरूरत है। चीफ जस्टिस कहते हैं कि इन लोगों पर एक लाख रुपए का जुर्माना पर्याप्त नहीं है। इन लोगों पर ऐसा जुर्माना लगाया जाए कि इस पर कुछ रोक लग सके। अगर मीडिया से लेकर समाज से लेकर राजनीतिक तक नफरत के खिलाफ कोई लड़ाई लड़ रहा है तो वो है चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़।

शायद इसीलिए बहुत सारी जो ट्रोल आर्मी है उनके पीछे लग जाती है। लेकिन चीफ जस्टिस का बडप्पन देखिए। जब कुछ वकीलों ने कहा कि आप के खिलाफ बहुत सारे You Tuber गंदी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उनके खिलाफ कोर्ट की अवमानना का केस चलाया जाए। तो चीफ जस्टिस ने कहा कि मेरी लड़ाई महत्वपूर्ण नहीं है। ऐसे लोगों को इग्नोर करने की जरूरत है।तो चीफ जस्टिस ऐसे योद्धा है जिन्हें हमें स्वच्छता दिवस पर सलाम करने की जरूरत है। ऐसे लोग ही देश में जो अनेकता में एकता की जो खासियत है भारत की जो तिरंगे के तीनों रंग है अगर उस की भावना को समझने का काम करते हैं तो वो डीवाइ चंद्रचूड जैसे व्यक्ति है और दुर्भाग्य है कि न्यायपालिका और कार्यपालिका में ऐसे लोगों की संख्या बेहद कम हो गई है।

ऐसे में दोस्तों आज वाकई अगर आप डीवाई चंद्रचूड को भी नहीं मानते तो पीएम मोदी की बात ही सुन ले। आज उन्होंने जो कहा कि हमें ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए जो देश की एकता तोड़ने का काम करें।

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