Captain Anshuman Singh दामी मेडिकल कोर 26 बटालियन पंजाब रेजीमेंट मरण परांत कैप्टन अंशुमन सिंह ऑपरेशन मेघदूत के अंतर्गत सियाचिन ग्लेशियर में चिकित्सा अधिकारी के रूप में तैनात थे ।
कैप्टन अंशुमान सिंह पिछले साल जुलाई महीने में सियाचिन ग्लेशियर में 26 मद्रास से अटैचमेंट पर 26 पंजाब बटालियन के 403 फील्ड में अस्पताल में रेजिमेंटल मेडिकल ऑफसर पद पर तैनात थे 19 जुलाई 2023 यानी बुधवार को 3:30 बजे सेना के गोला बारूद पंकर में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई कई जवान बंकर में फंस गए थे ।
जवानों को बचाने के लिए Anshuman Singh अपने प्राणों की परवाह ना करते हुए उसमें कूद पड़े ताकि जीवन रक्षक दवाइयों और उपकरणों को बचाया जा सके तकरीबन 17000 फीट की ऊंचाई पर चल रही तेज हवाओं के कारण आग की निरंतर बढ़ती लपटों ने पूरे शेल्टर को अपनी गिरफ्त में ले लिया उन्होंने तीन जवानों को सुरक्षित बाहर भी निकाला इसी दौरान वह गंभीर रूप से आग जुलस गए इसके बाद सभी जवानों को एयरलिफ्ट करते हुए चंडीगढ़ लाया गया जहां कैप्टन अंशुमान सिंह वीरगति को प्राप्त हो गए । बहुत प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका कैप्टन अंशुमन सिंह ने असाधारण बहादुरी एवं त्याग का परिचय देते हुए देश हित में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया ।
Captain Anshuman Singh की पत्नी स्मृति समारोह में मौजूद थी सम्मान समारोह के दौरान स्मृति काफी भावुक दिखी पति के खोने के गम का दुख तो अपनी आंसुओं में समेटकर उन्होंने राष्ट्रपति से कीर्ति चक्र प्राप्त किया ।
कैप्टन अंशुमान सिंह की पत्नी स्मृति ने शेयर की ये बात –
सम्मान समारोह के बाद स्मृति ने अपने पति के साथ बिताए गए कुछ पलों को शेयर किया 18 जुलाई को हम दोनों के बीच लंबी बातचीत हुई हम दोनों ने अगले 50 सालों के जिंदगी के बारे में बात की हम लोगों का अपना घर होगा हमारे बच्चे होंगे 19 जुलाई को मुझे टेलीफोन आता है और मुझसे कहा जाता है कि कैप्टन अंशुमान सिंह नहीं रहे सात और आठ घंटों तक तो हमें यकीन ही नहीं हुआ कि यह बात सच है लेकिन अब जब मेरे हाथ में कीर्ति चक्र है तो मुझे ऐसा लग रहा है कि वह अब इस दुनिया में नहीं है ।
वह मेरे लिए हीरो है उन्होंने दूसरे की जिंदगी बचाने के लिए अपनी जान दे दी हम तो किसी तरह अपनी जिंदगी जी लेंगे । स्मृति ने बताया कि जब हम दोनों कॉलेज के फर्स्ट ईयर में पढ़ाई कर रहे थे तो हमारी मुलाकात हुई हम दोनों को पहली नजर में प्यार हुआ था वो लव एट फर्स्ट साइट था ।
एक महीने के बाद वह आर्म फोर्सेस मेडिकल कॉलेज के लिए सिलेक्ट हो गए एक महीने की मुलाकात के बाद दोनों के बीच 8 सालों का लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप चला इसके बाद दोनों ने शादी रचाई शादी के दो महीनों के बाद ही अंशुमान की सियाचिन में पोस्टिंग हो गई थी ।
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