Manu Bhakar ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला शूटर…

पहली भारतीय महिला शूटर Manu Bhakar
Indian Female Shooter: Manu Bhakar

Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक में जब भारत को अपना पहला मेडल मिला तो सभी की जुबा पर सिर्फ एक नाम था मनु भाकर (Manu Bhakar) । इंडियन शूटर मनु भाकर का मेडल कोई साधारण मेडल नहीं है मनु ने इतिहास रच दिया है वह ओलंपिक्स मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला शूटर बन गई हैं ।

First Indian Female Shooter: Manu Bhakar

मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल जीता हैं । इस इवेंट का गोल्ड और सिल्वर मेडल साउथ कोरिया ने जीता हैं । ओलंपिक शूटिंग में भारत ने 12 साल बाद कोई मेडल जीता है आखिरी बार गगन नारंग और विजय कुमार ने ओलंपिक्स में शूटिंग मेडल्स जीता था । नारंग ने ब्रॉन्ज मेडल (Bronze Medal) जबकि विजय ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया था । मनु भाकर (Manu Bhakar) ने इतिहास रच दिया क्योंकि ओलंपिक के इतिहास में इससे पहले कभी भी कोई भी भारतीय महिला मेडल नहीं जीती थी ।

पैरिस 2024 में गगन भारतीय दल के मुख्य बनकर गए हैं मेडल जीतने के बाद मनु भाकर (Manu Bhakar) ने कहा बहुत अच्छा लग रहा है भारत को इस मेडल का लंबे वक्त से इंतजार था । हम और मेडल्स डिजर्व करते हैं इस बार हमारी कोशिश होगी कि हम ज्यादा से ज्यादा मेडल जीत सके । टीम बहुत मेहनत कर रही है एक व्यक्ति के रूप में मुझे बहुत अच्छा लग रहा है । यह ब्रोंज है अगली बार और बेहतर करने की कोशिश करूंगी मैं गीता बहुत पढ़ती हूं लास्ट शॉट्स के वक्त मेरे दिमाग में यही चल रहा था कि आप “कर्म करो फल की चिंता नहीं”अपना बेस्ट दो बाकी जो होना होगा हो जाएगा ।

इससे पहले मनू ने क्वालीफाइंग में ही दिखा दिया था कि इस बार उनसे मेडल की उम्मीद की जा सकती है । पूर्व यूथ ओलंपिक्स चैंपियन मनू ने क्वालिफिकेशन राउंड में 580 पॉइंट्स स्कोर किए वो तीसरे नंबर पर रहते हुए आगे बढ़ी । मनू ने क्वालीफाइंग राउंड में 27 बार इनर 10 पर निशाना लगाया ।

10 मीटर एयर पिस्टल में 10 रिंग्स के बाद टारगेट में एक और रिंग होती है इसे इनर 10 कहते हैं । इसमें मारने पर भी 10 पॉइंट्स ही मिलते हैं लेकिन कंपटीशन (competition) के दौरान किसी टाई को ब्रेक करने के लिए इनर टेन का इस्तेमाल करते हैं यानी जब स्कोर बराबर हो तो यह देखा जाता है कि किस शूटर ने ज्यादा बार इनर 10 स्कोर किया ।

पेरिस 2024 10 मीटर एयर पिस्टल क्वालिफिकेशन में कोई भी शूटर इतनी बार इन 10 पर निशाना नहीं लगा पाया । मनू ने नौ पॉइंट्स के शॉट्स भी लगाए खास तौर से अपने आखिरी 30 शॉर्ट्स में उन्होंने कई बार ऐसा किया लेकिन उन्हें लगातार एवरेज से ऊपर शूट करने का फायदा मिला और वो क्वालीफाई कर गई ।

60 में से मनू का सिर्फ एक शॉट आठ पॉइंट्स का लगा यानी उन्होंने 59 शॉट नौ या उससे ज्यादा पॉइंट्स के लगाए । हरियाणा के झरझर की रहने वाली मनू के पिता मर्चेंट नेवी में चीफ इंजीनियर हैं 14 साल की उम्र तक मनु बॉक्सिंग, टेनिस, स्केटिंग और मणिपुरी मार्शल आर्ट्स खेलती थी ।

इन इवेंट्स में उन्होंने कई नेशनल मेडल्स भी जीत रखे थे लेकिन अप्रैल 2016 में मनू पहली बार शूटिंग रेंज पहुंची और 15 दिन बाद ही हरियाणा ओपन टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल जीत लिया बस यहीं से मन बन गया कि अब उन्हें शूटिंग ही करनी है और मनु को इस फैसले में  उनके पिता का साथ भी मिला । मनु ने शूटिंग शुरू कर दी और शुरू करते ही साल 2017 की एशियन जूनियर चैंपियनशिप का सिल्वर मेडल जीत लिया ।

लेकिन असली कमाल तो इसी साल हुए नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में यहां भाकर ने कई बार की नेशनल चैंपियन तमाम नेशनल रिकॉर्ड बनाने वाली सुपरस्टार हीना सिद्धू को ना सिर्फ हराया बल्कि उनका नेशनल रिकॉर्ड भी तोड़ डाला इस इवेंट में मनू ने कुल नौ गोल्ड मेडल जीते ।  

साल 2018 स्कूल कॉलेज के बच्चों के लिए शुरू हुए खेलो इंडिया गेम्स । मनु अपने स्कूल की तरफ से इसमें भाग लेने पहुंची मनू ने यहां भी अपने इवेंट की गोल्ड मेडल जीत लिए इतना ही नहीं इन्होंने इस दौरान नया नेशनल रिकॉर्ड भी बना डाला ।

मनू ने ये रिकॉर्ड फाइनल में बनाया स्कूल गेम्स के बाद 2018 में ही आया नंबर मेक्सिको वर्ल्ड कप का यहां दो गोल्ड मेडल जीतने वाली 16 साल की मनू वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीतने वाली सबसे युवा भारतीय शूटर बन गई ।

मनू ने इसी साल हुए कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) और यूथ ओलंपिक्स (Youth Olympics) में भी गोल्ड मेडल जीते अर्जेंटीना में हुए यूथ ओलंपिक्स में मनु भाकर (Manu Bhakar) ने एक गोल्ड और एक सिल्वर मेडल जीता । उन्होंने इसी साल हुए जूनियर वर्ल्ड कप में भी तीन गोल्ड मेडल जीत लिए हालांकि मनू टोक्यो 2022 ओलंपिक्स में कुछ खास नहीं कर पाई क्वालिफिकेशन में 12वें नंबर पर रहकर उन्हें बाहर का रास्ता देखना पड़ा हालांकि बाद में पता चला कि मन्नू की पिस्टल में कुछ खराबी आ गई थी इसलिए वोह नाकाम रही ।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version