Paris Olympics 2024: भारतीय रेसलर विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल नहीं मिलेगा । कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (Court of Arbitration for Sport) ने विनेश फोगाट की अपील खारिज कर दी है । CAS ने एक लाइन का फैसला सुनाते हुए विनेश फोगाट की अपील खारिज की ।
भारतीय खेलप्रेमी विनेश फोगाट की अपील खारिज होने से बेहद निराश हैं । इसके साथ ही भारत की Paris Olympics में सातवां मेडल जीतने की उम्मीद भी खत्म हो गई है । दिग्गज खिलाड़ियों से लेकर आम खेलप्रेमी तक विनेश फोगाट को चैंपियन बता रहे हैं ।
भारत को पेरिस में ब्रॉन्ज मेडल जिताने के बाद संन्यास लेने वाले हॉकी खिलाड़ी पीआर श्रीजेश ने कहा, ‘यह निराशाजनक है लेकिन हम इसके बारे में कुछ नहीं कर सकते ।’ टोक्यो ओलंपिक के ब्रॉन्ज मेडल विजेता बजरंग पूनिया ने कहा कि विनेश से पदक छीन लिया गया उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, ‘माना पदक छीना गया तुम्हारा इस अंधकार में, हीरे की तरह चमक रही हो आज पूरे संसार में ।’
विनेश की अपील हुई खारिज :
विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक में मेडल जीतने के सपने का झटका तब लगा जब CAS ने अपने फैसले में लिखा की “7 अगस्त 2024 को विनेश फोगाट द्वारा फाइल IOA किए गए आवेदन को खारिज किया जाता है ।” इस फैसले के सामने आने के तुरंत बाद इंडियन ओलंपिक्स एसोसिएशन ने रिएक्ट किया ।
पीटी उषा ने जताई निराशा :
IOA प्रेसिडेंट पीटी ऊषा ने एक बयान में कहा ’14 अगस्त के फैसले को ऑपरेटिव हिस्सा, जिसमें विनेश के Paris Olympics 2024 में महिलाओं की 50 किग्रा कैटेगरी में साझा रजत पदक दिए जाने के आवेदन को खारिज कर दिया गया है, विशेष रूप से उनके लिए और बड़े पैमाने पर खेल समुदाय के लिए महत्त्वपूर्ण अर्थ रखता है ।
उषा ने कहा कि IOA के वकीलों ने इस बात को सही से सामने रखा था उन्होंने कहा 100 ग्राम की मामूली विसंगति और उसके चलते निकले परिणाम ना केवल विनेश के करियर के संदर्भ में गहरा प्रभाव डालते हैं, बल्कि अस्पष्ट नियमों और उमकी व्याख्या के बारे में भी गंभीर सवाल उठाते हैं ।
IOA का दृढ विश्वास है कि दो दिन के इवेंट में से दूसरे दिन वजन से जुड़ी इस तरह की घटना के लिए एथलीट को पूरी तरह से अयोग्य घोषित करना गहरी जांच का विषय है । हमारे कानूनी प्रतिनिधियों ने सोल आर्बिट्रेटर के समक्ष अपने सबमिशन में इसे उचित रूप से सामने रखा था ।
उष ने यह भी कहा कि कुछ नियम महिलाओं के प्रति अमानवीय हैं वो कहते हैं ‘विनेश से जुड़ा मामला उन कड़े और यकीनन, अमानवीय नियमों को उजागर करता है जो एथलीटों, विशेष रूप से महिला एथलीटों के शारीरिक और मनोवैज्ञानिक तनाव को ध्यान में रखने में नाकाम रहते हैं । यह एथलीट्स की भलाई को प्राथमिकता देने वाले अधिक न्यायसंगत और उचित मानकों की आवश्यकता की एक स्पष्ट याद दिलाता है ।’
IOA विनेश के पक्ष में खड़ा है और आगे की लड़ाई भी लड़ेगा उषा ने कहा CAS आदेश की रोशनी में, IOA सुश्री फोगा के पूर्ण समर्थन में खड़ा है और आगे की कानूनी विकल्पों की तलाश कर रहा है । IOA यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि विनेश के मामले की सुनवाई हो ।
हम खेलों में न्याय और निष्पक्षता की वकालत करना जारी रखेंगे यह सुनिश्चित करते हुए कि एथलीट्स और खेल जगत में सभी के अधिकार और सम्मान को हर समय बरकरार रखा जाए । हम अपने हितधारकों, एथलीट्स और जनता के निरंतर समर्थन और समझ की सराहना करते हैं ।
विनेश ने पेरिस ओलंपिक 2024 में लगातार तीन मैच जीत कर 50 केजी कैटेगरी के फाइनल में एंट्री की थी । मैच की सुबह हुए वजन में वह 50 किलो से 100 ग्राम ज्यादा पाई गई और इसी आधार पर विनेश को डिसक्वालीफाई (Disqualify) करार दे दिया गया था, कहा गया कि अब वोह इस इवेंट में लास्ट रहेंगे और उनके द्वारा जीते गए मैच रिकॉर्ड में नहीं रहेंगे ।
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