मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में देश को नया विदेश सचिव (Foreign Secretary) मिल गया है देश के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और पूर्व राजदूत विक्रम मिश्री (Vikram Misri) को भारत सरकार का अगला विदेश सचिव नियुक्त किया गया है । मंत्रालय ने उनकी नियुक्ति का आदेश जारी करते हुए बताया कि 15 जुलाई से विक्रम मिस्री देश के विदेश सचिव बनेंगे । अभी देश के विदेश सचिव के पद पर विनय मोहन आसीन है हालांकि उनका कार्यकाल इस 30 अप्रैल को खत्म हो गया था लेकिन पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने उनका कार्यकाल 6 महीने के लिए बढ़ा दिया था ।
विक्रम मिश्री (Vikram Misri) भारतीय विदेश सेवा के 1989 बैच के अधिकारी हैं और पिछले दो साल से उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के तौर पर काम कर रहे थे।
उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में उनका कार्यकाल घटा दिया गया है और उन्हें भारत का अगला विदेश सचिव नियुक्त कर दिया गया है और साथ ही साथ आपको बता दें कि 15 जुलाई से विक्रम मिश्री ही नए विदेश सचिव होंगे।
विक्रम मिश्री इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय में भी काम कर चुके हैं और इसके साथ ही हिंद प्रशांत क्षेत्र की रणनीतिक परिस्थितियों को लेकर भी वह काफी अनुभवी हैं यही वजह है कि उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी गई है ।
अनुभवी, राजनयिक और डिप्टी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार विक्रम मिश्री (Vikram Misri) ने विदेश मंत्रालय के साथ-साथ प्रधानमंत्री कार्यालय में भी अलग-अलग पदों पर काम किया है और अजीत डोभाल के साथ भी काम किया है।
विक्रम मिश्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही नहीं बल्कि तीन-तीन प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया है । मिस्री ने यूरोप अफ्रीका एशिया और उत्तरी अमेरिका में अलग भारतीय मिशों में भी काम किया है । सबसे खास बात वो म्यानमार और स्पेन में भारत के राजदूत भी रह चुके हैं और आपको याद होगा जून 2020 में जब लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच हिंसक झड़प हुआ था तब उस दौरान विक्रम मिश्री (Vikram Misri) ने दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत में हिस्सा भी लिया था और एक बड़ी भूमिका इन्होंने निभाई थी ।
विक्रम मिश्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही नहीं बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ भी काम कर चुके हैं 2012 से 2014 तक पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के निजी सचिव थे और साल 2014 में जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो इस पद पर विक्रम मिश्री (Vikram Misri) बने हुए थे और मई से जुलाई 2014 तक पीएम मोदी के निजी सचिव भी रहे हैं उनके तौर पर उन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं । साल 1997 में विक्रम मिश्री तत्कालीन प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल के निजी सचिव भी रह चुके हैं ।
विक्रम मिश्री का जन्म और शिक्षा –
विक्रम मिस्री का जन्म श्रीनगर में हुआ था उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रसिद्ध हिंदू कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है और सिंघिया स्कूल से अपनी शुरुआती पढ़ाई की है । विक्रम मिश्री के पास एमबीए की डिग्री भी है और इसके अलावा विक्रम मिस्ट्री ने सिविल सेवा की तैयारी करने से पहले 3 साल तक एडवर्टाइज और ऐड फिल्म मेकिंग इंडस्ट्री में भी काम किया है ।
विक्रम मिस्री (Vikram Misri) का एक बड़ा अनुभव रहा है और चीन से जुड़े कई मामलों की खास जानकारी और अनुभव भी है क्योंकि गलवान घाटी पर जो झड़प हुआ था उस समय भी वो इसमें शामिल थे और इसका हिस्सा बने थे, तो ऐसे में अलग-अलग देशों से किस तरीके से संबंध बेहतर बनाए जाएं ? क्या कुछ अच्छा किया जा सकता है? इन सब चीजों को लेकर विक्रम मिश्री के पास एक अपना अनुभव है जिसका फायदा आने वाले दिनों में भारत को मिल सकता है ।