Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक में भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को अयोग्य घोषित कर दिया गया है । विनेश ने CAS (Court of Arbitration for Sport) में अपील दायर की थी जिसे सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया गया था ।
विनेश फोगाट के मेडल पर अब फैसला होगा । विनेश ने संयुक्त सिल्वर मेडल (Silver medal) दिए जाने की मांग उठाई है । विनेश के लिए एक अच्छी खबर ये है कि ओलंपिक से अयोग्य ठहराए जाने के मामले में भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) का प्रतिनिधित्व प्रसिद्ध भारतीय वकील हरीश साल्वे (Harish Salve) कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट् (CAS) में विनेश का केस लड़ेंगे ।
विनेश फोगाट ने पैरिस ओलंपिक की महिला कुश्ती के 50 किलोग्राम वर्क के फाइनल से अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ बुधवार को CAS में अपील की और मांग की कि उन्हें संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए । ओलंपिक खेलों के दौरान या उद्घाटन समारोह से पहले 10 दिनों में होने वाले किसी भी विवाद के समाधान के लिए यहां सीएस विभाग को स्थापित किया गया है ।
भारतीय पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) ने पेरिस ओलंपिक में महिलाओं के 50 किग्रा फ्रीस्टाइल के सेमीफाइनल में क्यूबा की गुजमान लोपेज को 5-0 से हराकर इतिहास रचते हुए फाइनल में जगह बनाई थी । CAS में पहले गुरुवार को सुनवाई होनी थी लेकिन भारतीय दल ने सुनवाई के लिए भारतीय वकील नियुक्त करने के लिए समय की मांग की थी ।
अब जानकारी के मुताबिक भारत के पूर्व सॉलिसिटर जनरल और किंग्स काउंसिल हरीश साल्वे इस केस में CAS के सामने भारतीय ओलंपिक संघ की ओर से पेश होंगे बताया जा रहा है कि फैसला जल्द ही किया जाएगा लेकिन अगर कोर्ट को लगता है कि इस मामले में और सुनवाई की जरूरत है तो अगली तारीख भी दे सकते हैं ।
कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स यानी CAS दुनिया भर में खेलों के लिए बनाई गई एक स्वतंत्र संगठन (Organization) है । इसका काम खेल से जुड़ी कानूनी विवादों को खत्म करना है । इसकी स्थापना साल 1984 में हुई थी इसका मुख्यालय स्विटजरलैंड (Switzerland) के लॉजेन में स्थित है ।
इसके कोर्ट न्यूयॉर्क, सिडनी और लॉजेन में है वैसे स्थाई कोर्ट वर्तमान ओलिंपिक शहरों में भी बनाई जाती है इसी कड़ी में CAS इस बार पेरिस में स्थापित है । जहां विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) की सुनवाई होनी है दरअसल 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल रेसलिंग कैटेगरी के फाइनल मुकाबले से कुछ ही घंटे पहले विनेश फौगाट को डिसक्वालिफाइड (Disqualified) कर दिया गया । आरोप था कि विनेश का वजन करीब 100 ग्राम ज्यादा पाया गया ऐसे में नियम के कारण वह सेमीफाइनल जीतने के बाद भी गोल्ड मेडल से चुक गई हालांकि विनेश ने इस फैसले पर आपत्ति जताई और संयुक्त सिल्वर मेडल देने की मांग की ।
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